Thursday, 27 February 2025

भारती हॉस्पिटल बना गर्भवती महिलाओं की पहली पसंद, जहाँ अन्यत्र सिजेरियन बताने के बाद भी हुई सफल नॉर्मल डिलीवरी

 

भारती हॉस्पिटल बना गर्भवती महिलाओं की पहली पसंद, जहाँ अन्यत्र सिजेरियन बताने के बाद भी हुई सफल नॉर्मल डिलीवरी

रेवदर। गर्भवती महिलाओं के लिए नॉर्मल डिलीवरी का सपना साकार करने वाला भारती हॉस्पिटल एक बार फिर चर्चा में है। हाल ही में कई ऐसी महिलाओं ने यहाँ सुरक्षित नॉर्मल डिलीवरी करवाई, जिन्हें अन्य अस्पतालों में सिजेरियन ऑपरेशन ही एकमात्र विकल्प बताया गया था।

मुंबई से 727 किमी की दूरी तय कर आईं निरमा देवी ने पाई नॉर्मल डिलीवरी की खुशी
श्रीमती निरमा देवी, पत्नी श्री भरत कुमार प्रजापत, निवासी जीरावल, जिनका व्यवसाय मुंबई में है, ने अपनी पहली संतान का जन्म सिजेरियन ऑपरेशन से मुंबई में कराया था। इस बार वे नॉर्मल डिलीवरी की इच्छा रखते हुए रेवदर के भारती हॉस्पिटल पहुँचीं। डॉक्टरों की अनुभवी टीम ने उनकी उम्मीदों पर खरा उतरते हुए सुरक्षित नॉर्मल डिलीवरी करवाई। परिजनों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा और उन्होंने डॉक्टर्स व स्टाफ का आभार व्यक्त किया।

उड़वारिया की ममता देवी को मिला सिजेरियन से छुटकारा
श्रीमती ममता देवी, पत्नी श्री जितेंद्र जी कलबी, निवासी उड़वारिया (सिरोही), जिनकी पहली डिलीवरी आबूरोड में सिजेरियन से हुई थी, को इस बार भी अन्य अस्पतालों में सिजेरियन ही एकमात्र विकल्प बताया गया। लेकिन परिजनों ने नॉर्मल डिलीवरी की आस में भारती हॉस्पिटल का रुख किया, जहाँ उनकी सुरक्षित नॉर्मल डिलीवरी करवाई गई।

अनगौर की डिम्पल कुमारी का भी नॉर्मल डिलीवरी का सपना हुआ साकार
श्रीमती डिम्पल कुमारी मेघवाल, निवासी अनगौर (सिरोही), की पहली डिलीवरी थी, और उन्हें उल्टा बच्चा, कम हाइट, पेल्विक हड्डियों में गैप कम होने और एमनियोटिक फ्लूइड की कमी के कारण सिरोही के एक वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ ने सिजेरियन अनिवार्य बताया था। डॉक्टरों ने ऑपरेशन न कराने पर माँ-बच्चे की जान को जोखिम बताया। ऑपरेशन के डर से परिवारजनों ने तुरंत भारती हॉस्पिटल रेवदर का रुख किया, जहाँ अनुभवी डॉक्टरों ने नॉर्मल डिलीवरी करवाकर मानवता का परिचय दिया।

नीतू कुंवर की भी बिना ऑपरेशन के हुई सुरक्षित डिलीवरी
श्रीमती नीतू कुंवर, पत्नी श्री देवी सिंह सारणा (जालोर), जो सिरोही के सबसे बड़े अस्पताल में गई थीं, वहाँ सोनोग्राफी रिपोर्ट के आधार पर वरिष्ठ डॉक्टरों ने बताया कि बच्चे का वजन अधिक होने के कारण सिजेरियन ऑपरेशन जरूरी है, अन्यथा माँ-बच्चे की जान को खतरा हो सकता है। लेकिन परिवार ऑपरेशन नहीं करवाना चाहता था, इसलिए वे भारती हॉस्पिटल पहुँचे। यहाँ डॉक्टरों की टीम ने नॉर्मल डिलीवरी करवाई और माँ-बच्चे दोनों को सुरक्षित रखा।

भारती हॉस्पिटल बना नॉर्मल डिलीवरी के लिए भरोसेमंद केंद्र
इन मामलों से स्पष्ट होता है कि भारती हॉस्पिटल, रेवदर, नॉर्मल डिलीवरी को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। आधुनिक चिकित्सा सुविधा, अनुभवी डॉक्टरों और समर्पित स्टाफ की बदौलत यहाँ जटिल से जटिल मामलों में भी नॉर्मल डिलीवरी संभव हो पा रही है। परिजनों ने हॉस्पिटल प्रबंधन और डॉक्टरों का आभार जताते हुए कहा कि भारती हॉस्पिटल ने न केवल महिलाओं की स्वास्थ्य सुरक्षा की बल्कि उन्हें सिजेरियन ऑपरेशन से भी बचाया।

रेवदर और आसपास के इलाकों में भारती हॉस्पिटल अब उन परिवारों के लिए पहली पसंद बनता जा रहा है, जो बिना सिजेरियन ऑपरेशन के सुरक्षित नॉर्मल डिलीवरी की उम्मीद रखते हैं।

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