जयपुर 3 फरवरी। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने कहा है कि धर्म और जाति के नाम पर राजनीति
करने वाले तथा साम्प्रदायिकता फैलाने वाले लोग देश, कौम एवं समाज का भला नहीं करते। 
मुख्यमंत्री रविवार शाम जोधपुर में सूरसागर स्थित बड़ा रामद्वारा में शोध केन्द्र,
अतिथिगृह, पुस्तकालय एवं वाचनलाय के
उद्घाटन समारोह में उपस्थित जन समुदाय को सम्बोधित कर रहे थे। 
श्री गहलोत ने कहा कि जिस प्रकार धर्मशाला बनाने से तीर्थ स्थल का विकास होता है
उसी प्रकार शोध केन्द्र तथा अतिथि शाला बनाने से शोधकार्य का विकास होगा। उन्होंने
कहा कि इस रामद्वारे में अत्यंत प्राचीन काल की पांच हजार हस्तलिखित पुस्तकें हैं जिन्हें
देखकर बहुत प्रसन्नता होती है। इन ग्रंथों का उपयोग देश-विदेश के शोधार्थी करते रहे
हैं, अब इस
कार्य में और भी तेजी आयेगी तथा शोध की गुणवत्ता में भी सुधार होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार धार्मिक स्थलों का विकास करना चाहती है तथा लोगों
को वहां तक पहुंचने एवं ठहरने की सुविधायें उपलब्ध करवाना चाहती है। यही कारण है कि
सरकार ने इस वित्तीय बजट में राज्य के विभिन्न तीर्थ स्थलों को जोडऩे के लिये 610 सडक़ें बनाने का निर्णय लिया।
इस योजना में कुल 1156 किलोमीटर सडक़ें बनेंगी जिनमें से 412 किलोमीटर सडक़ें बन चुकी हैं। इस कार्य पर अब तक 265 करोड़ रुपये व्यय किये गये
हैं तथा 100 करोड़ इस मार्च के अंत तक व्यय होंगे। 
समारोह को संत रामदासजी महाराज ने भी सम्बोधित किया तथा मुख्यमंत्री द्वारा राज्यसभा
सांसद श्री संतोष बागड़ोदिया के कोष से 9 लाख रुपये दिलवाने के लिये आभार प्रकट किया। 
समारोह में सांसद पाली श्री बद्रीराम जाखड़, विधायक फलौदी श्री ओम जोशी,
महापौर श्री रामेश्वर
दाधीच, जिला
स्तरीय बीस सूत्री कार्यक्रम समिति के उपाध्यक्ष श्री जुगल काबरा, जेडीए चेयरमैन श्री राजेन्द्रसिंह
सोलंकी, श्री
रामदासजी महाराज, श्री मोहनदासजी महाराज, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य अधिकारी श्री पुखराज पाराशर,
श्री सईद अंसारी,
श्री इकबाल खान सहित
अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। इस अवसर पर संयुक्त निदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य
डॉ. आर. सी. माथुर, श्री ओमजी सोनी, श्री राजेन्द्र अग्रवाल तथा श्री अजय गहलोत को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। 
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